Rumored Buzz on Shodashi

Wiki Article



Oh Lord, the grasp of universe. You are the eternal. You will be the lord of the many animals and all the realms, you might be the base of your universe and worshipped by all, without you I am no-one.

रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

वन्दे तामहमक्षय्यां क्षकाराक्षररूपिणीम् ।

॥ इति श्रीमत्त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः सम्पूर्णः ॥

An early morning bathtub is taken into account important, accompanied by adorning refreshing clothes. The puja place is sanctified and decorated with flowers and rangoli, developing a sacred space for worship.

ह्रीङ्काराम्भोजभृङ्गी हयमुखविनुता हानिवृद्ध्यादिहीना

ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥

It's motivation that turns the wheel of karma,  Which retains us in duality.  It's Shodashi who epitomizes the  burning and sublimation of these needs.  It can be she who enables the Functioning away from old  karmic designs, resulting in emancipation and soul liberty.

लब्ध-प्रोज्ज्वल-यौवनाभिरभितोऽनङ्ग-प्रसूनादिभिः

यह देवी अत्यंत सुन्दर रूप वाली सोलह वर्षीय युवती के रूप में विद्यमान हैं। जो तीनों लोकों (स्वर्ग, पाताल तथा पृथ्वी) में सर्वाधिक सुन्दर, मनोहर, चिर यौवन वाली हैं। जो आज भी यौवनावस्था धारण किये हुए है, तथा सोलह कला से पूर्ण सम्पन्न है। सोलह अंक जोकि पूर्णतः का प्रतीक है। सोलह की संख्या में प्रत्येक तत्व पूर्ण माना जाता हैं।

The philosophical dimensions of Tripura Sundari increase over and above her physical attributes. She signifies the transformative electrical power of elegance, that may direct the devotee from the darkness of ignorance to the light of information and enlightenment.

तिथि — किसी भी मास की अष्टमी, पूर्णिमा और नवमी का दिवस भी इसके लिए श्रेष्ठ कहा गया है जो व्यक्ति इन दिनों में भी इस साधना click here को सम्पन्न नहीं कर सके, वह व्यक्ति किसी भी शुक्रवार को यह साधना सम्पन्न कर सकते है।

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१०॥

Report this wiki page